अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ठीक सामने गुरुवार शाम दो फिदायीन हमले हुए। अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक, अब तक 80 लोग मारे जा चुके हैं और 200 से ज्यादा जख्मी हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर लगातार दो धमाकों हुए हैं। इसमें 4 अमेरिकी सैनिकों समेत 15 लोगों के मारे जाने की खबर है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने बताया कि, गुरुवार को हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ। इसके कुछ देर बाद एयरपोर्ट के नजदीक बने बैरन होटल के पास दूसरा धमाका हुआ
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर जबरदस्त आत्मघाति हमला हुआ है दो अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि, गुरुवार को हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जोरदार विस्फोट हुआ है। हमला फिदायीन है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 11 लोगों के मारे जाने की खबर है। पेंटागन ने भी विस्फोट की पुष्टि की है।
पाकिस्तान के ग्वादर में रविवार को सैकड़ों मछुआरों ने चीनी जहाजों के अवैध रूप से मछली पकड़ने के खिलाफ प्रदर्शन किया। पेरिस के बलूच वॉइस एसोसिएशन NGO के अध्यक्ष मुनीर मेंगल ने सोशल मीडिया पर बताया कि ग्वादर में लोग इस इलाके के अलावा पासनी में गलत तरीके से मछली पकड़ रहे चीनियों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
तालिबान ने शनिवार को भारतीय वायु सेना के विमान में सवार होने से 70 अफगान सिखों और हिंदुओं के एक जत्थे को रोक दिया है। उन्हें काबुल एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया। इसमें अफगानिस्तान संसद के दो अल्पसंख्यक सदस्य भी शामिल हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ने के बाद पहली बार दुनिया के सामने आकर बयान दिया है। वीडियो जारी कर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से अपने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता। सुरक्षा कारणों की वजह से अफगानिस्तान से दूर हूं।
तालिबानियों ने अफगानी सेना के 4 कमांडरों को कंधार के एक स्टेडियम में भीड़ के सामने मौत के घाट उतार दिया। सूत्रों के मुताबिक, घटना 15 अगस्त की है। इसी दिन राजधानी काबुल पर अफगानियों ने कब्जा किया था। इन कमांडरों ने 13 अगस्त को तालिबान के सामने आत्मसमर्पण किया था। इनमें से एक कमांडर हाशिम रेगवाल भी हैं।